हिंदी वेब पत्रकारिता और कार्यशाला का आयोजन उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के आदर्श नगर में दिनांक 22-01-2011 को शिव मन्दिर के सभागार में सम्पन्न हुआ।
जिसमें दिल्ली के विभिन्न चैनलों और प्रिंट मीडिया से जुड़े हुए लोग उपस्थित थे! इन सभी में ब्लॉगिंग सीखने का जुनून था! जिससे यह आभास हो रहा था कि ब्लॉगिंग का भविष्य उज्जवल है।
इस गोष्ठी का संचालन रजनी कान्त तिवारी और अनिल अत्री ने संयुक्त रूप से किया!
सबसे सुखद पहलू यह था कि गोष्ठी में न तो कोई मुख्य अतिथि था तथा न ही कोई मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि।
मंच पर विराजमान- रजनी कान्त, डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक", डॉ.के.डी.कानोडिया, मदन "विरक्त" और संजीव शर्मा।
दिल्ली से पधारने वाले - सुमित प्रताप, अविनाश वाचस्पति, मदन विरक्त, राजीव, वन्दना गुप्ता,संगीता स्वरूप, प्रतिभा कुशवाहा (उपसम्पादक पाखी),
इशिका, उपदेश सक्सेना, सुशील कुमार, पवन चन्दन (चौखट), कनिष्क कश्यप, अनिल अत्री........आयोजक , विकास कुमार ........सहारा समय , राजेंद्र कुमार .........हिंदी आज तक , अनिल कुमार --------सहारा समय, शिशिर शुक्ला ..........exchange फ़ॉर मीडिया , प्रदीप कुमार ........स्तर न्यूज़, राम कुमार ..........सहारा,, राजेश खत्री ............भ्रष्टाचार पर लिखते हैं , संजय नारायण .........दैनिक क्राइम रिपोर्टर, जगत, विजय सिंघत्ल, हर्षित मिश्र ........टोटल टीवी, विनय.......चढ़ती काला, विजय जोगवन , संजीव शर्मा ..........संपादक, सुरेश यादव. जय कुमार , इंदु पूरी, पदम् सिंह, ब्रह्मपाल प्रजापति ........आजाद पुलिस और डॉक्टर के . डी . कनोडिया आदि!
यह है एक ग्रुप फोटो
श्रीमती वन्दना गुप्ता
अविनाश वाचस्पति
श्रीमती संगीता स्वरूप
पद्मसिंह
मदन विरक्त
दर्शकदीर्घा
नुक्कड़ से साभार
हिन्दी का प्रयोग न करने को देश में क्राइम घोषित कर दिया जाना चाहिए और आज मैं इस मंच से पूरा एक दशक हिन्दी ब्लॉगिंग के नाम करने की घोषणा करता हूं। इस एक दशक में आप देखेंगे कि हिन्दी ब्लॉगिंग सबसे शक्तिशाली विधा बन गई है। जिस प्रकार मोबाइल फोन सभी तकनीक से युक्त हो गया है, उसी प्रकार हिन्दी ब्लॉगिंग सभी प्रकार के संचार का वाहक बन जाएगी।
प्रख्यात व्यंग्यकार और चर्चित ब्लॉग नुक्कड़ के मॉडरेटर, अविनाश वाचस्पति
ने जब यह आह्वान किया तो पूरा सभागार तालियों की करतल ध्वनि से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों और हिन्दी ब्लॉगरों का समन्वयन अवश्य ही इस क्षेत्र में सकारात्मक क्रांति का वाहक बनेगा। जिस प्रकार हिन्दी ब्लॉगर और मीडियाकर्मी एक साथ मिले हैं, उसी प्रकार यह परचम सभी क्षेत्रों में लहराना चाहिये। प्रत्येक क्षेत्र में से हिन्दी ब्लॉगर बनें और अपने अपने क्षेत्र की उपलब्धियों को सामने लायें। हिंदी मन की भाषा है और इस भाषा की जो शक्ति है वो हिन्दी के राष्ट्रभाषा न बनने से भी कम होने वाली नहीं है। वे राजधानी के आदर्श नगर में आयोजित हिन्दी ब्लॉगिंग की कार्यशाला और ब्लॉगर सम्मेलन के मौके पर उपस्थित समुदाय को संबोधित कर रहे थे।
आईबीएन7 के अनिल अत्री ने कहा कि हिंदी भाषा सम्पूर्ण राष्ट्र को जोड़ने की क्षमता रखती है। विश्व मंच पर राष्ट्र का गौरव भाषा बन सकती है। हिंदी खुद में एक संस्कृति और संस्कार है। दिल से बोली जाने और दिल से सुनी जाने वाली इस भाषा को पढ़ने और लिखने वालों की संख्या देशभर में कम नहीं है।
इस कार्यशाला की उपलब्धि उत्तराखंड खटीमा से पधारे डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ और चित्तौड़गढ़ से पधारी इंदुपुरी गोस्वामी रहीं। दिल्ली में प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया से भी भारी संख्या में पत्रकारों ने शिरकत कर वेब पत्रकारिता के गुर भी सीखे और यह अनुभव किया कि आज हिंदी किस मुकाम पर है और इसे शिखर पर पहुंचाया जा सकता है। इस कार्य शाला में शिरकत कर रहे मीडियाकर्मियों ने अपने-अपने ब्लॉग बनाये और संकल्प किया कि वे भी अब नियमित रूप से ब्लॉग लिखा करेंगे।
उपस्थित लोगों में उल्लेखनीय चर्चित ब्लॉगर,
अजय कुमार झा, पवन चंदन, सुरेश यादव, पाखी पत्रिका की उप संपादक, प्रतिभा कुशवाहा, संगीता स्वरूप, वंदना गुप्ता, राजीव तनेजा, शोभना वेलफेयर सोसायटी के सुमित तोमर, विनोद पाराशर हिन्दी ब्लॉगिंग में पीएचडी कर रहे केवल राम, अनिल अत्री इत्यादि के नाम उल्लेखनीय हैं। मीडियाकर्मियों में ‘इंडिया न्यूज़’ के वी के शर्मा, ‘सहारा टीवी’ के रजनीकांत तिवारी, ‘आज तक’ के आनंद कुमार, सतीश शर्मा, संजय राय, राजेश खत्री, योगेश खत्री, हर्षित, दीपक शरमा, राजेंदर स्वामी ने अपने अपने ब्लॉग बनाये।
ब्लॉग लिखने की तकनीकी जानकारी पद्मावली ब्लॉग के पद्म सिंह, ब्लॉगप्रहरी के कनिष्क कश्यप और अविनाश वाचस्पति ने सामूहिक रूप से दी। इस कार्यशाला का आयोजन और संचालन अनिल अत्री ने किया। आदर्श नगर में करीब सुबह 11 बजे से शुरू हुई हिन्दी ब्लॉगिग की यह कार्यशाला शाम 5 बजे तक निरंतर चलती रही। इस कार्यशाला में देश के कई नामी साहित्यकार लेखक और दिल्ली के हिंदी पत्रकारों ने भाग लिया