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Friday 15 May 2009

"बाल साहित्यकार वो होते हैं, जिनके सिर पर बाल कम होते हैं।"

यह संस्मरण एक बाल-साहित्यकार सम्मेलन का है। उसमें बहुत से बाल साहित्यकार पधारे थे।
यह संयोग ही कहा जायेगा कि एक या दो साहित्यकारों को छोड़कर लगभग दो दर्जन साहित्यकार बड़ी आयु के थे अर्थात् बूढ़े थे।
मैं भी वहाँ एक दर्शक दीर्घा में बैठा था। मेरे पास ही कुछ बालक-बालिकायें भी बैठीं थी। कुछ ही देर पहले उन्होंने स्वागत-गान और एक दो कार्यक्रम प्रस्तुत किये थे। इनकी बातों से मुझे यह आभास हो रहा था कि इन बालकों ने शायद पहली बार ही कोई बाल साहित्यकार सम्मेलन देखा था।
सम्मेलन में धुँआधार भाषण चल रहे थे। बच्चे इन भाषणों से ऊब गये लगते थे।
परन्तु बच्चे तो बच्चे ही होते हैं। चुप कैसे बैठते?
तभी उनमें से एक बालिका अपनी सहपाठी से बोली- ‘‘बाल साहित्यकार कौन होते हैं?’’
दूसरी बालिका ने उत्तर दिया- ‘‘बाल साहित्यकार वो होते हैं, जिनके सिर पर बाल कम होते हैं।’’
बालिका की बात निश्छल थी और उसमें दम भी था। क्योकि अधिकांश बाल साहित्यकारों के सिर पर बाल कम थे।
जिसने भी इस बालिका की बात सुनी वो हँसे बिना न रह सका।
मैं जब भी किसी बाल-साहित्य के कार्यक्रम में जाता हूँ। मुझे उस बालिका की बात याद आ जाती है। क्योंकि मेरे भी सिर पर बाल कम ही हैं।

10 comments:

  1. sach bacho ki bat sunkar man muskra diya ase hi ak vakya hai krib das sal purana mere ptidev ke bhi sir par gene chune hi bal hai mere pas meri bhan ka 6 sal ka beta rne aya tha ak din mai roti bna rhi thi to mujhse khne kga maousi mousaji kya bchpan se gnje hai .aj bhi uski bat yad kar mujhe hansi aa jati hai .jis trh apne btaya lgbhag sare bal shitykaro ke bal kam the usi trh hmare privar me sbke yha tak ki unke chchere bhaiyo ke bal bhi gne chune hai .
    khani phchan.

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  2. धन्य हैं वे सभी बाल साहित्यकार,
    जिनके सिर पर बाल कम होते हैं!
    ----------------------------------
    मेरा उन सबको कोटि-कोटि नमन!

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  3. बाल साहित्यकार बनने की राह पर हूँ..:)

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  4. यह अच्छी परिभाषा है। इस के मुताबिक अपने बाल साहित्यकार बनने में अभी 25% कसर शेष है।

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  5. bal sahityakaron ki paribhasha achchi di hai bachchon ne.......vaise aisa hi nhi hona chahiye......sach ,bachchon ki madhur baatein dil ko choo jati hain.

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  6. इसका मतलब
    जो बच गए
    वे हुए
    बवाल साहित्‍यकार।

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  7. aura jinake sir par baal hon hee nahee, uinko kya kahiega?

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  8. सांकृत्यायन जी,
    ऐसे तो "चंद" साहित्यकार ही होते हैं!

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  9. साहित्य और बाल का संबंध !
    अद्भुत!
    अपूर्व!

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