अखिल भारतीय प्रजापति (कुम्भकार) संघ, की उत्तराखण्ड शाखा के प्रदेश अध्यक्ष के डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री के निवासस्थान खटीमा में प्रजापति समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई।
प्रजापति महासभा,उत्तराखण्ड के अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति ने इस बैठक में मुख्य-अतिथि पद से बोलते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में जातीय समीकरण का प्रभाव अधिक बढ़ गया है। अतः प्रजापति समाज को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए एक लम्बी लड़ाई लड़नी होगीओर इसके लिए तन-मन-धन से तैयार रहना होगा। श्री सुमेर सिंह प्रजापति ने इस अवसर पर अपने उदबोधन में कहा कि प्रजापति समाज वर्षो से दबा-कुचला रहा है। अब इसको अपनी जारूकता का परिचय देना होगा। देहरादून से पधारे मेघराज आर्य ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रजापति आदि शिल्पकार है । उत्तराखण्ड में शिल्पकारों को अनुसूचित जाति में रखा गया है। लेकिन प्रजापतियों को पिछड़ी जाति का दर्जा दिया गया है। एक ही राज्य में यह सौतेला व्यवहार क्यों? सरकार को इस पर विचार करना चाहिए और प्रजापति समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा देना चाहिए। हरिद्वार से पधारे बल्लूराम जी ने इस अवसर पर समस्त प्रजापति समाज को टुकड़ों न बँटने की बात कही। उन्होने कहा कि एकता में ही शक्ति निहित है। ज्वालापुर (हरिद्वार) से पधारे ब्रह्मसिंह आर्य ने कहा कि अनय पिछड़ा वर्ग को उत्तराखण्ड में मात्र 14 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है जबकि उत्तर प्रदेश में यह 27 प्रतिशत है। अतः उत्तर प्रदेश से अलग हुए राज्य उत्तराखण्ड में भी पिछडे़ वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए।
बैठक की अध्यक्षता अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग, उत्तराखण्ड सरकार के निवर्तमान सदस्य डा0 रूपचन्द्र शास्त्री ने की।
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रजापति समाज के बहुत से संगठन इस समाज के लिए अपना कार्य कर रहे हैं। किन्तु वे प्रजापति समाज का कार्य कम करते हैं और आपस की बुराइयाँ अधिक करते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जितनी भी प्रजापति समाज की संस्थायें काम कर रही हैं। उनमे आपस में कोई विरोध नही होना चाहिए। क्योंकि ये सारी की सारी संस्थाएँ समाज के उत्थान का कार्य कर रही हैं। सबमें आपस में प्रेम और सौहार्द होना चाहिए।बैठक में स0 रणजीत सिंह प्रजापति, गाम प्रधान, मैनाझुण्डी, शंकर लाल प्रजापति,मेघनाथ प्रजापति, विदेशी प्रसाद प्रजापति, मदन सिंह-रुड़की, भगवतसिंह, व चिरंजी लाल-सितारगंज, नरेन्द्र सिंह पनियाला आदि ने भाग लिया।
achchi charcha hai....badhai
ReplyDeleteBLOG-JAGAT PAR PRAJAPATI SAMAAJ KI GATIVIDHIYAN PRAKASHIT KARNE WALAE EK MATRA BLOG KO SHUBHKAAMHAAYEN.
ReplyDeletehamein to is bare mein kuch pata hi nhi hai ,aapke dwara yeh charcha prakashit karne par hi hamein is bare mein pata chala.
ReplyDeletehar kisi ko apne haq ke liye aawaz to uthani hi padegi.
इस तरह की सामाजिक गतिविधियां समाजोत्थान में खास योगदान देती हैं.. आभार
ReplyDelete