मैं भारत में रहता हूँ। इस देश में एक राज्य है ‘‘उत्तराखण्ड’’। उत्तराखण्ड की छवि देश में एक सीधे-सहज और ईमानदार प्रदेश के रूप में सुविख्यात है। जहाँ इस प्रदेश ने लाखों रण-बाँकुरे सैनिक राष्ट्र को दिये हैं, वहीं इस प्रदेश की पुलिस भी बहादुरी में अपने कीर्तिमान स्थापित करने में पीछे नही रही है। चार दिन पूर्व यहाँ की पुलिस ने अपना रुतबा कायम करने के लिए एक पढ़े-लिखे निर्दोष नौजवान को थाने में मे ले जाकर इतना मारा कि उसने अपने प्राण त्याग दिये। फिर उसकी लाश को जंगल में ले जाकर गोलियों से छलनी कर दिया। इस दुर्दान्त कार्य कर को नाम दिया गया एनकाउण्टर। यह कारनामा तो सिर्फ और सिर्फ उत्तराखण्ड पुलिस ही कर सकती है। मेरे मन से अनायास ही निकल पड़ता है कि वाह री बहादुर पुलिस! शाबाश..! शाबाश..! शाबाश....!!! |
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Tuesday, 7 July 2009
‘‘ एक लाश को गोलियों से भूनने वाली पुलिस! शाबाश....!!’’ (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
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मयंक जी ये तो बहुत दर्द नाक और शर्मनाक घटना है टीवी पर देखी तो मन बहुत दुखी हुआ निशब्द हूँ आभार्
ReplyDeleteमयंक जी ये तो बहुत दर्द नाक और शर्मनाक घटना है टीवी पर देखी तो मन बहुत दुखी हुआ निशब्द हूँ आभार्
ReplyDeleteवाकई .. इस घटना के बारे में सुनकर बहुत शर्म महसूस हुई इस व्यवस्था पर..
ReplyDeleteक्या हो रहा है .. कैसी कैसी खबरें सुनने को मिल रही है ?
ReplyDeleteHar jagah Police ka chehara yahi hai. kabhi kisi nirdosh ko mate hain to kabhi UP men 500 police wale milkar ek daku ko 3 din men mar pate hain....chintaniy vishay hai.
ReplyDeleteफ़िलहाल "शब्द-शिखर" पर आप भी बारिश के मौसम में भुट्टे का आनंद लें !!
लानत है ऐसे (भक्षक) रक्षकों पर!
ReplyDeletedukh bhi9 hota hai
ReplyDeletesharm bhi aati hai...
afsos..bahut afsos !
पुलिस उत्तराखंड की हो या किसी और राज्य की, ऐसी ही होती है.
ReplyDeleteदुखद समाचार...रक्षक जब भक्षक बन जाएँ...तो क्या किया जाये...
ReplyDeleteनीरज
आदरणीय शास्त्री जी ,
ReplyDeleteये कारनामा सिर्फ उत्तराखंड की ही पुलिस नहीं करती .यू पी ,बिहार ,की पुलिस भी इनसे दो कदम आगे है .अब ऐसी स्थिति में बेचारा गरीब आदमी न्याय मँगाने या अपनी सुरक्षअ की बात करने इनके पास कैसे जायेगा ?
हेमंत कुमार
ऑस्ट्रेलिया में रहकर आपके पोस्ट के दौरान इस दुखद समाचार को सुनकर बड़ा अफ़सोस हो रहा है और शर्म भी महसूस हो रही है! न जाने क्या क्या हो रहा है आजकल हमारे देश में! पता नहीं कब सुधार आयेगी !
ReplyDeletesahi farmaya aapne mitra police ka asli chehra ab ujagar hoga cbi ke dwara.....
ReplyDeletepulis hai ya daku ?
ReplyDeletejinka beta gya unke dukh ki kya seema hogi?