जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ! पं. नारायण दत्त तिवारी का जन्म 18 अक्टूबर, सन् 1925 में नैनीताल के समीप पदमपुरी ग्राम में हुआ था! बाल्यकाल से इन पर माँ सरस्वती का वरद हस्त था! प्रारम्भिक शिक्षा के उपरान्त इन्होंने उच्चशिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्राप्त की! राजनीति का अंकुर यहीं से इमें प्रस्फुटित हुआ और ये इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गय! अपने छात्र जीवन में ही ये स्वाधीनता आन्दोलन में भी बढ़-चढ़कर भाग लेने लगे थे। जिसके कारण इन्हें जेल यातनाएँ भी सहन करनी पड़ीं!। शिक्षा-दीक्षा के उपरान्त इन्होंने राजनीति के अखाड़े में कदम रखा और ये प्रजा सोसलिस्ट पार्टी में सक्रिय भागीदारी निभाने लगे। लेकिन पं. गोविन्द बल्लभ के सानिध्य के कारण इन्होंने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का दामन थाम लिया और आज भी ये काँग्रेस पार्टी की सेवा में संलग्न हैं! श्रीमती इन्दिरा का इन के सिर पर वरद हस्त था! उस समय कहा यह जाता था कि जिन इन्दिरा जी को पं. नारायणदत्त तिवारी जैसा राजनीति का चतुर खिलाड़ी मिला हुआ है उसे भला कौन पराजित कर सकता है? इन्होने केन्द्र में वित् मन्त्री, विदेश मन्त्री, योजना मन्त्री, वाणिज्य मन्त्री आदि शीर्षस्थ पदों को सुशोभित किया। इन्होंने भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 1976 से 77 तक, 1984 से 1985 तक और 1988 से 1989 तक मुख्यमन्त्री पद को सुशोभित किया है। इनको उत्तराखण्ड के तीसरे मुख्यमन्त्री बनने के भी सौभाग्य मिला है और इन्होने 2002 से 2007 तक उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री का अपना पूरा कार्यकाल निभाया। ये 22 अगस्त 2007 से 26 दिसम्बर 2009 तक आन्ध प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के पद को भी सुशोभित कर चुके हैं! वर्तमान में ये एफ.आर.आई. देहरादून में रह रहे हैं। मैं उन सौभाग्यशाली व्यक्तियों में से एक हूँ जिसे कि प्रारम्भ से ही भरपूर सानिध्य पं. नारायण दत्त तिवारी मिला है। प्रस्तुत है उनके साथ कुछ चित्रों की झलकियाँ!(तिवारी जी के साथ1989 के खटीमा क्षेत्र के दौरे की कुछ यादें) (चित्र में तिवारी जी के साथ ठा. कमलाकान्त सिंह और डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री) (चित्र में तिवारी जी के साथ डॉ.केडी.पाण्डेय और डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री) (चित्र में पं.नारायणदत्त तिवारी जी के देहरादून स्थित आवास एफ.आर.आई. में जावेद अंसारी, ज्ञानी स्वर्णसिंह और डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री) (चित्र में पं.नारायणदत्त तिवारी जी के देहरादून स्थित आवास एफ.आर.आई. में जावेद अंसारी, ज्ञानी स्वर्णसिंह और डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री) (चित्र में पं.नारायणदत्त तिवारी जी के देहरादून स्थित आवास एफ.आर.आई. में तिवारी जी के साथ डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री) आज 18 अक्टूबर, 2010 पर पं. नारायण दत्त तिवारी जी को उनके 87वें जन्मदिन पर मैं हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ और उनके दीर्घायु होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ! |
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Monday, 18 October 2010
“जन्मदिवस-पं.नारायणदत्त तिवारी” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)
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जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteबेहद सुन्दर संस्मरण्।
बढ़िया परिचय दिया है । अच्छी लगी ये मुलाकात । बधाई ।
ReplyDeletetiwari ji ko happy birthday hai!!
ReplyDeleteShabdon ke dangal par bhi rajneetik asar ...
ReplyDeleteshashtri jee pranaam
aur tiwari jo ko janm din mubaarak ho !
तिवारी जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें!
ReplyDeleteतिवारी जी के बारे में आपने जो लिखा, उसे पढ़कर ख़ुशी हुई। बड़े ही जीवट व्यक्तित्व के स्वामी हैं वे!
ReplyDeleteबहुत बढिया जानकारी.........॥
ReplyDeleteदेर से ही सही हमारी भी उन्हें शुभकामनायें भेज दीजियेगा। सुन्दर तस्वीरें। बधाई।
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