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Tuesday, 8 December 2009

"ध्यान दें" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")

!! अनमोल बातें !!

(1)
बच्चों को दण्ड नही दिशाएँ दें! 
(अज्ञात)


(2)
अच्छी बात बच्चे की भी मान लो
लेकिन बुरी बात फरिश्ते की भी मत मानो! 
(अज्ञात)


(3)
प्रणाम लेने का अधिकार उसी का है,
जो प्रणाम करने वाले से अधिक योग्य हो! 
(अज्ञात)


(4)
वही श्रेष्ठ है जो पढ़ता है!
ज्ञान बाँटने से बढ़ता है!!  
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")


(5)
धन पा जाना बहुत सुलभ है!
सज्जन बन पाना दुर्लभ है!!  
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")


9 comments:

  1. प्रणाम लेने का अधिकार उसी का है,
    जो प्रणाम करने वाले से अधिक योग्य हो!
    --वाह क्या बात कही आपने सचमुच अनमोल हैं ये
    ताकत के मद में लोग अक्सर ये भूल जाते हैं।

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  2. प्रणाम

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  3. bahut hi anmol shiksha di hai........shukriya.

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  4. ज्ञानवर्धक विचारों का साथ है

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  5. पाँचों बातें अनमोल कही हैं, शास्त्री जी।
    समझने वाले समझ जायेंगे , नो समझे ---?

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  6. ऐसे अनमोल शब्‍दों का खजाना आप यदा-कदा बांटते रहा करें, बहुत ही सुन्‍दर प्रस्‍तुति ।

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  7. saadar pranaam .

    ye hai hee anmol vachan ...............
    dhanyvad

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