आज 25 दिसम्बर है, यानि बड़ा दिन।
चिट्ठा-जगत पिछले 3 दिनों से बन्द पड़ा है।
हिन्दी ब्लॉगरों के लिए यह चिन्ताजनक है।
और हो भी क्यों नही।
दुनिया रंग-रँगीली है।
एक धुरऩ्धर महाशय ने तो अपना नाम ही ऐसा रख छोड़ा है कि
"लिखते हुए भी लज्जा आती है।"
पोस्ट हिट करने के हतकंडे
देसी भाषा की खिचडी पकाकर एक घटिया पोस्ट लिखो.
अपने चापलूस दोस्तों को फोन करो कि पसंद को क्लिक करें.
अपने ब्लगार दोस्तों को फोन करो कि वे कमेंट करें.
आप स्वयं सौ दो सौ टिप्पणियां करो.
एग्रीनेटरों में पसंद को किलिक करवाकर के जरिए
उंची जगह पर अपना पोस्ट दो दिन तक टांगे रहो.
कहीं इन्हीं से घबड़ाकर तो "चिट्ठा-जगत" बन्द नही हो गया!
सभी को ईसा मसीह के जन्म-दिन की ढेरों शुभकामनाएँ!
chalo ye toh pata chala ki chitthajagat band hai main toh soch raha tha ki shaayad mujhe hi iska laabh nahin mil raha hai...
ReplyDeletevo swaami ji ne mujhe bhi tippani di hai lekin unke naam ke hi karan maine bhi rok di hai..
kya karen ..aajkal swaami bhi aise aise ho gaye hain
अलबेला खत्री जी!
ReplyDeleteआपकी हास्य-फुहारों का पूरा असर हो रहा है।
अब तो ब्लॉग जगत भी कई तरह की बाबाओं की फेर में है ! सो का कहें .....?
ReplyDeleteचिट्ठाजगत पहले भी यूं ही hibernation में जाता रहा है जी.
ReplyDeleteऔर इन frustos के बारे में कोई कया कहे.
इस संसार मे भांति-भांति के लोग............।
ReplyDeleteबाबाओं की बातें सही है !पर ये शाश्त्री जी ने लिंक दे रक्खी इस तरह के बाबा निकलने लगे तो भाई बाकी सब बाबाओं को भी अपनी लाज रखने के लिए कुछ करना पडेगा !!! यानी पना नाम बदली करना पद सकता है !!!! जितने भी बाबा है किसी का कभी बुरा नहीं चाहा सिर्फ मनोरंजन के लिए बने हैं न की छिछोरे पन के लिए ! खैर चिटठा जगत का मुझे भी पता नहीं चला की बंद पडा है !!! कई बार नहीं खुला तो सोचा कुछ सर्वर में प्रोब्लम होगी !!! अपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है शास्त्री जी!!!
ReplyDelete"चिट्ठा-जगत" का शायद सर्वर ही ख़राब हो गया है 3-4 दिन से बंद है वेबसाइट उम्मीद करते हैं कि इसके सोये हुए प्रबंधक जागे और प्रॉब्लम जल्दी ही सही हो जाए
ReplyDeleteप्रकाम्या
ईसा मसीह के जन्म-दिन की ढेरों शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteस्वामी जी!
ReplyDeleteपोस्ट लगाने का कुछ तो असर हुआ!
"स्वामी ......... ताउ कहलाना पसंद करने वाला"
से अब "स्वामी क्षमा प्रार्थी" हो गये।
बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
आप टिप्पणी तो सुन्दर देते ही हो!
अब नाम भी सुन्दर हो गया है।
जब जागें तभी सवेरा!
क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ उम्मीद कि चिट्ठाजगत जल्द फिर से शुरू हो.
ReplyDeleteक्रिसमस एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteसादर
समीर लाल
आपको बड़ादिन और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteब्लागजगत में कोई तकनीकी कठिनाई भी हो सकती है। आशा है कि जल्द ही फिर सक्रिय देखने को मिले। सांताक्लाज़ आपकॊ ढेर सारे उपहार ला कर दें :)
ReplyDeleteबड़ा दिन और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteshastri ji pranaam....
ReplyDeleteduniya mein faltu logo aur faltu baaton ki kami nahi hai...main khatri ji se sehmat hoon....
"dogs bark while elephants walk"
cheers!
surender!
http://shayarichawla.blogspot.com/
hey bhagwan...........ye kahan kahan se naye naye baba ug aaye hain.
ReplyDeleteमैं तो पहले ही कह रही हूँ कि इन बाबाओं से बचो। देखो क्या होता है क्रिसमस की स्जुभ कामनायें
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