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Tuesday 3 May 2011

"सम्मान की गूँज" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")


दैनिक अमर उजाला, नैनीताल में 
परिकल्पना एवं हिन्दी साहित्य निकेतन 
सम्मान की गूँज!
3 मई, 2011 के अमर उजाला के 
नैनीताल संस्करण में 
पृष्ठ-7 पर पहले कालम में 
युवा ऊधमसिंहनगर के अन्तर्गत 
उपरोक्त समाचार प्रकाशित हुआ है!

19 comments:

  1. aadarniy sir
    aappko is samman ke liye bahut bahut hardik badhai.
    waqai aap is samman ke puri tarah se haqdaar hain.bahut hi achha laga is aayojan ke baare me jaan kar.
    vaise bhi aap hamesha hi mere liye aadarsh ke roop me rahae hain.aasha hai aage bhi mera isi tarah marg darshan karenge
    punah hardil badhai swikaaren
    sadar naman
    poonam

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  2. शास्त्री जी ,
    अमर उजाला में आपको देखकर बहुत प्रसन्नता हुयी । बधाइयाँ और मिठाईयाँ ।

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  3. हार्दिक् बधाई!

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  4. हार्दिक बधाइयां।

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  5. बहुत बहुत मुबारक , शास्त्री जी । आपसे मिलने का संयोग नहीं बन सका ।

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  6. बहुत बहुत मुबारक , मयंक जी

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  7. Aapko phir ek baar badhayee! Sammelan me aapko dekh ke chitt prasann hua! Kaash! Kuchh baat cheet bhee ho patee!

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  8. हार्दिक शुभकामनायें ...

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  9. बहुत बहुत वधाइया स्वीारें सर

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  10. हार्दिक बधाइयां। शास्त्री जी,

    साथ ही शुभ शुभकामनायें ॥

    निरामिष: अहिंसा का शुभारंभ आहार से, अहिंसक आहार शाकाहार से

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  11. हार्दिक बधाइयां

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  12. बहुत बहुत बधाई शास्त्री जी !

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  13. "शब्दों के इस जंगल में हम भी शरीक हैं "आपका सम्मान हुआ ,गौरवान्वित हम भी महसूस कर रहें हैं .बधाई !

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  14. शास्त्री जी बहुत बहुत बधाई

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  15. हार्दिक शुभकामनायें ...

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